मेगा ‘मिशन शक्ति’ 3.0 में नारी सशक्तिकरण की गाथा
माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के नेतृत्व वाली उत्तर प्रदेश सरकार महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में असाधारण उपलब्धियों के लिए महिला स्वास्थ्य कर्मियों, स्वयं सहायता समूहों, डॉक्टरों, उद्यमियों और स्वैच्छिक संगठनों से जुड़ी महिलाओं को भी सम्मानित करना, महिलाओं के सर्वांगीण विकास पर केंद्रित ‘मिशन शक्ति’ के तीसरे और पूरी तरह से नए चरण का उद्देश्य अब महिलाओं को आत्मनिर्भर और आत्मनिर्भर बनाना है।
उत्तर प्रदेश राज्य के हर जिले से करीब 75 महिलाओं को ‘मिशन शक्ति’ अभियान के तहत राज्य सरकार द्वारा सम्मानित किया, मिशन शक्ति की नोडल प्रमुख, लक्ष्मी सिंह (आईपीएस) ने कहा कि ‘मिशन शक्ति’ के तीसरे चरण का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाली महिलाओं सहित हर महिला के दरवाजे पर पुलिस सेवा प्रदान करना है।
महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने ‘मिशन शक्ति’ योजना के लिए विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए हैं। भारत सरकार ने 15वें वित्त आयोग की अवधि 2021-22 से 2025-26 के दौरान कार्यान्वयन के लिए महिलाओं की सुरक्षा, संरक्षा और सशक्तिकरण के लिए विशिष्ट योजना के रूप में ‘मिशन शक्ति’ के नाम से एकीकृत महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम शुरू किया है। ‘मिशन शक्ति’ के मानदंड 01.04.2022 से लागू होकर, इस अभियान का मुख्य उद्देश्य प्रदेश की महिलाओं को सशक्त एवं आत्मनिर्भर बनाना है। इस अभियान के माध्यम से विभिन्न प्रकार के जागरूकता एवं ट्रेनिंग प्रोग्राम का संचालन किया जाता है। जिससे कि प्रदेश की महिलाओं को उनके अधिकारों को लेकर जागरूक बनाया जा सके। इस अभियान को प्रदेश के 75 जिलों में आरंभ किया गया था।
‘मिशन शक्ति’ मिशन मोड में एक योजना है जिसका उद्देश्य महिला सुरक्षा, संरक्षा और सशक्तिकरण के लिए समर्थन को मजबूत बनाना है। यह योजना संपूर्ण जीवन चक्र में महिलाओं को प्रभावित करने वाले मुद्दों पर विचार करने और उनके जीवन में बदलाव लाएगी तथा उन्हें नागरिक-स्वामित्व के माध्यम से राष्ट्र-निर्माण में समान भागीदार बनाएगी। इस तरह यह योजना सरकार की “महिलाओं के विकास” की प्रतिबद्धता को साकार रूप देगी।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी की सरकार का लक्ष्य राज्य में महिलाओं के लिए सुरक्षा प्रदान करना है।
शिवानी जैन एडवोकेट
