स्वस्थ जीवन के लिए सुखद नींद – डॉ विपिन कुमार जैन
स्वस्थ जीवन के लिए सुखद नींद अति आवश्यक है। दिनभर की भाग दौड़ के बाद आंतरिक शरीर में जिन तत्वों की एवं जिन अवयवों की क्षति होती है, रात्रि में नींद की अवस्था में उसकी पूर्ति हो जाती है। जैसे कि पहाड़ पर चढ़ते हुए व्यक्ति को यदि बीच में थोड़ा सा विश्राम मिल जाए तो फिर उसे पहाड़ पर चढ़ने के लिए पुनः उर्जा मिल जाती है।
नींद के बाद जागना मनुष्य के लिए पुनर्जन्म की तरह होता है। नकारात्मक कार्य करने से नींद में बाधा उत्पन्न होती है। भूख में भी व्यवधान होता है। जिससे कि दवाओं की आवश्यकता होती है। सुबह जल्दी न जागकर कर देर से ही जगते हैं। ऐसी परिस्थितियों में व्यक्ति नहीं स्वस्थ रह सकेगा और ना ही अच्छे कार्य कर सकेगा।उत्तम स्वास्थ्य के लिए नींद उतनी ही आवश्यक है जितनी कि आहार और व्यायाम। अच्छी नींद मनुष्य के मस्तिष्क के प्रदर्शन, मनोदशा और स्वास्थ्य में सुधार करती है।नियमित रूप से पर्याप्त गुणवत्ता वाली नींद न लेने से कई बीमारियों और विकारों का खतरा प्रबलता से बढ़ जाता है। इनमें हृदय रोग और स्ट्रोक से लेकर मोटापा और मनोभ्रंश जैसे गंभीर रोग शामिल हैं।एनआईएच में नींद विशेषज्ञ डॉ. मारिश्का ब्राउन का कहना है कि अच्छी नींद के लिए बिस्तर पर बिताए गए घंटों के अलावा और भी बहुत कुछ है। वह बताती हैं, ”स्वस्थ नींद में तीन प्रमुख चीजें शामिल हैं।” “एक तो यह है कि आप कितनी नींद लेते हैं। दूसरी नींद की गुणवत्ता है – कि आपको निर्बाध और ताज़ा नींद मिलती है। अंतिम एक सतत नींद कार्यक्रम है।
डॉ विपिन कुमार जैन
