कारगिल विजय दिवस के उपलक्ष में शहीदों को नमन- शिवानी जैन एडवोकेट
ऑल ह्यूमन सेब एंड फॉरेंसिक फाउंडेशन डिस्टिक वूमेन चीफ शिवानी जैन एडवोकेट ने कहा कि कारगिल विजय दिवस स्वतंत्र भारत के सभी देशवासियों के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण दिवस है। भारत में प्रत्येक वर्ष 26 जुलाई को यह दिवस मनाया जाता है। इस दिन भारत और पाकिस्तान की सेनाओं के बीच वर्ष 1999 में कारगिल युद्ध हुआ था जो लगभग 60 दिनों तक चला और 26 जुलाई के दिन उसका अंत हुआ और इसमें भारत विजय हुआ।
मां सरस्वती शिक्षा समिति के प्रबंधक एवं टीम मोदी सपोर्टर एसोसिएशन के जिला प्रचारक डॉ विपिन कुमार जैन ने बताया कि इस युद्ध में बड़ी संख्या में रॉकेट और बमों का प्रयोग किया गया था। करीब दो लाख पचास हजार गोले, बम और रॉकेट दागे गए। लगभग 5000 तोपखाने के गोले, मोर्टार बम और रॉकेट 300 बंदूकें, मोर्टार और एमबीआरएल से प्रतिदिन दागे जाते थे, जबकि 9000 गोले उस दिन दागे गए थे जिस दिन टाइगर हिल को वापस लाया गया था। ऐसा कहा जाता है कि द्वितीय विश्व युद्ध के बाद यह एकमात्र युद्ध था जिसमें दुश्मन सेना पर इतनी बड़ी संख्या में बमबारी की गई थी। अंत में, भारत ने एक जीत हासिल की।
विश्व हिंदू परिषद दुर्गा वाहिनी के अध्यक्ष डॉ कंचन जैन ने कहा कि हमारा भारत देश इस दिन को कारगिल विजय दिवस के रूप में मनाता है और देश के जवानों को सम्मान और श्रद्धांजलि अर्पित करता है। इंडिया गेट नई दिल्ली पर माननीय प्रधानमंत्री जी प्रतिवर्ष देश के बहादुर सैनिकों को श्रद्धांजलि देते हैं।
सार्क फाउंडेशन की तहसील प्रभारी डॉ अंजू लता जी, शालू सिंह एडवोकेट, विमल चौधरी एडवोकेट, संरक्षक आलोक मित्तल एडवोकेट, ज्ञानेंद्र चौधरी एडवोकेट, डॉक्टर नरेंद्र चौधरी, राकेश दक्ष एडवोकेट, ने कारगिल विजय दिवस पर सेनाओं के योगदान और बलिदान को याद करते हुए भारत देश के शहीद बहादुर सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
शिवानी जैन एडवोकेट
डिस्ट्रिक्ट वूमेन चीफ
