प्रसिद्ध गीतकार रविंद्र कुमार जैन की पुण्यतिथि पर बच्चों को मिष्ठान और फल वितरित किए गये -शिवानी जैन एडवोकेट
ऑल ह्यूमन सेव एंड फॉरेंसिक फाउंडेशन डिस्टिक वूमेन चीफ शिवानी जैन एडवोकेट ने कहा कि महान संगीतकार-लेखक रवींद्र जैन का जन्म 28 फरवरी 1944 को हुआ था। उनकी पुण्यतिथि 9 अक्टूबर 2015 को मनाई जाती है।अपनी सुरमयी संगीत और खनकती आवाज़ के दम पर श्री रवींद्र जैन ने आम लोगों में जो जगह बनाई वो लाजवाब है। इस पुण्य तिथि के अवसर पर मदर टैरेसा चैरिटेबल मिशन के बच्चों को मिष्ठान और फल, कपड़े वितरित किए गए।
आंखों में रोशनी नहीं होने के बावजूद अपने मधुरम संगीत से दुनिया को रोशन करने वाले महान संगीतकार और चोर मचाए शोर, गीत गाता चल, अंखियों के झरोखे से, राम तेरी गंगा मैली, हिना जैसी अनेक फिल्मों के अलावा दूरदर्शन के रामायण, दादा दादी की कहानियां, लवकुश जैसे मशहूर कार्यक्रमों को अपने कर्णप्रिय संगीत से सजाने वाले संगीतकार लेखक रविन्द्र जी जैन की पुण्यतिथि पर नमन करते हैं।
आंखो में रोशनी नहीं थी, लेकिन अपने संगीत से जग रोशन कर दिया।
बचपन में ही जैन भजन और जैन कवियों की कविताएं पढ़नी और गानी शुरू कर दी थीं. उन्होंने दादा-दादी की कहानियां, रामायण और लव कुश जैसे मशहुर कार्यक्रमों को जैन ने अपने संगीत से सजाया।
थिंक मानवाधिकार संगठन एडवाइजरी बोर्ड कमेटी मेंबर डॉ कंचन जैन, शार्क फाउंडेशन की तहसील प्रभारी डॉ एच सी अंजू लता जैन, गौ रक्षक दिनेश शर्मा जी, मां सरस्वती शिक्षा समिति के प्रबंधक डॉ एच सी विपिन कुमार जैन, संरक्षक राकेश दक्ष एडवोकेट, ज्ञानेंद्र चौधरी एडवोकेट, आलोक मित्तल एडवोकेट, डॉ एच सी राजेंद्र कुमार जैन, डॉ नरेंद्र चौधरी, मुन्नी देवी जैन, अनीता जैन आदि ने कहा कि सन 2015 में उनको पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। भारतीय टेलीविज़न के मीलपत्थर कहे जाने वाले रामानंद सागर द्वारा निर्देशित धारावाहिक रामायण में भी उन्होंने ही संगीत दिया था जिससे कि वे भारत के घर घर में पहचाने जाने लगे। यह शारीरिक रूप से अक्षम व्यक्तियों के लिए ही नहीं अपितु सामान्य व्यक्तियों के लिए भी एक बहुत अच्छे प्रेरणा स्त्रोत है। दोनों आंखों से न देख पाने पर भी अनेक मधुर संगीत गाए थे।
शिवानी जैन एडवोकेट
डिस्ट्रिक्ट वूमेन चीफ
