विश्व होम्योपैथिक दिवस पर डॉक्टर सैमुअल हैनीमैन को किया गया याद
विश्व होम्योपैथिक दिवस पर डॉक्टर सैमुअल हैनीमैन को किया गया याद: यह पद्धति रोगों को जड़ से समाप्त करती है, डा०करुणा आनंद
50 शैय्या एकीकृत आयुष चिकित्सालय अकबरपुर कानपुर देहात में विश्व होम्योपैथिक दिवस के उपलक्ष में होम्योपैथिक के जनक डॉक्टर सैमुअल हैनीमैन को याद किया गया। ज्ञात हो कि हर साल 10 अप्रैल को सैमुअल हैनीमैन की याद में विश्व होम्योपैथी दिवस मनाया जाता है |होम्योपैथी के जनक माने जाने वाले जर्मन मूल के डॉक्टर सैमुअल हैनीमैन का जन्म 10 अप्रैल को ही हुआ था और इस साल उनकी 268 वीं जयंती है। उनके सम्मान में ही विश्व होम्योपैथिक दिवस मनाया जाता है 50 शैय्या आयुष चिकित्सालय की चिकित्सक डॉक्टर करुणा आनंद ने बताया कि होम्योपैथिक उपचार को वैकल्पिक चिकित्सा के रूप में जाना जाता है | इसकी दवा का असर भले ही धीरे-धीरे होता हो लेकिन इसमें रोगों को जड़ मूल से नाश करने की क्षमता होती है | सबसे खास बात यह है कि होम्योपैथिक दवाइयों के साइड इफेक्ट नहीं होते आगे उन्होंने कहा कि होम्योपैथिक औषधि बेहद सस्ती और कारगर है इसमें सभी प्रकार के जटिल,
नए एवं पुराने रोगों का इलाज संभव है |कार्यक्रम के पूर्व डॉ हैनीमैन की तस्वीर पर माल्यार्पण कर उन्हें याद किया गया | मौके पर चिकित्सा अधीक्षक डॉ बृजेश आर्य , डॉ आफताब आलम डॉ० उत्तम ,डॉ सुशील कुमार, होम्योपैथिक फार्मासिस्ट अजय यादव, अजय सिंह , पुष्पा ,सरिता, प्रिया , ज्योति , सुषमा, विनय, अभितेश , संजय, दिलीप , एवं लेखाधिकारी अर्चना पाण्डेय उपस्थित रहीं।
