हम सबका है यही सपना, नशा मुक्त हो देश अपना- शिवानी जैन एडवोकेट
ऑल ह्यूमंस सेव एंड फॉरेंसिक फाउंडेशन की डिस्ट्रिक्ट वूमेन चीफ शिवानी जैन एडवोकेट ने बताया कि आजकल के युवा दूसरों की देखा देखी, बुरी संगत में पड़कर, कभी मित्रों के दबाव में, शौकिया रूप से, तंबाकू का सेवन शुरू कर देते हैं, शौक कब लत में बदल जाए। तंबाकू का सेवन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। तंबाकू का सेवन करने वालों की संख्या भारत में बहुत ज्यादा है। एक रिसर्च के मुताबिक भारत में हर 10वां व्यक्ति किसी न किसी रूप में तंबाकू का सेवन करता है। तंबाकू के ज्यादा सेवन करने से फेफड़ों के कैंसर होने का सबसे ज्यादा खतरा रहता है। ऐसा इसलिए क्योंकि तंबाकू में क्रोमियम, आर्सेनिक, बंजोपाइरींस, निकोटीन, नाइट्रोसामाइंस जैसे तत्व बहुत अधिक मात्रा में पाए जाते हैं। इससे रक्त में कोलेस्ट्रोल की मात्रा बढ़ जाती है साथ ही उच्च रक्तचाप की समस्या भी खड़ी हो जाती है।
विश्व हिंदू परिषद दुर्गा वाहिनी के महानगर अध्यक्ष डॉ कंचन जैन ने तंबाकू का सेवन करने के कारण होने वाले गंभीर रोगों के बारे मेें बताते हुए कहा कि फेफड़ों का कैंसर – फेफड़ों के कैंसर का मुख्य कारण तंबाकू को ही माना जाता है।
लिवर कैंसर – लिवर कैंसर के कारण भारत में हजारों लोग अपनी जान गंवाते हैं।
कोलन कैंसर – तंबाकू का सेवन करने से कोलन कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।
ब्रेस्ट कैंसर – तंबाकू का सेवन करने के कारण महिलाओं को ब्रेस्ट कैंसर का खतरा सबसे ज्यादा होता है।
मुंह का कैंसर – मुंह के कैंसर से भारत में पुरुष के नहीं बल्कि महिलाएं भी जूझ रही हैं। तंबाकू का सेवन करने के कारण कई लोगों के मुंह से बोलते वक्त थूक भी निकलने लगता है।
हृदय रोग – तंबाकू का सेवन करने से हृदय रोग जैसी बीमारी हो जाती है।
इरेक्टाइल डिस्फंक्शन – तंबाकू का सेवन करने के कारण इरेक्टाइल डिस्फंक्शन का जोखिम कई गुना तक बढ़ जाता है। यह पुरुषों में होने वाली एक ऐसी समस्या है जो इरेक्शन को ठीक तरह से नहीं होने देती है। डायबिटीज का खतरा बढ़ जाना – तंबाकू से डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है।
सार्क फाउंडेशन की तहसील प्रभारी अंजू लता जी, शालू सिंह एडवोकेट, मां सरस्वती शिक्षा समिति के प्रबंधक इं० विपिन कुमार जैन, संरक्षक राकेश दक्ष एडवोकेट, आलोक मित्तल एडवोकेट, ज्ञानेंद्र चौधरी एडवोकेट, श्रीराम अकाउंट्स एंड ला इंस्टिट्यूट के निदेशक डॉ नरेंद्र चौधरी, ने कहा कि यदि आप में से किसी को नशे की आदत है तो उसे आसानी से छोड़ा जा सकता है।
सबसे पहले मन में ठान लें कि धूम्रपान छोड़ना है।
धूम्रपान वाले जगह से दूर रहना है।
चिकित्सीय विधियों का सहारा ले सकते हैं।
नशामुक्ति केंद्रों की मदद ली जा सकती है।
नशा छोड़ने के लिए च्यूइंगम, स्प्रे या इनहेलर का भी सहारा ले सकते हैं।आहार में एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर चीजों को शामिल करें।तंबाकू छोड़ने के लिए ज्यादा से ज्यादा व्यस्त रहने की कोशिश करें।
रोज सुबह, शाम और रात को सोने से पहले ध्यान करें।
शिवानी जैन एडवोकेट
डिस्ट्रिक्ट वूमेन चीफ
